जमाअत ने लगभग दस लाख लोगों को 10 करोड़ रुपये की खाद्य सामग्री और वित्तीय सहायता प्रदान किया
नई दिल्ली: सरकार द्वारा कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए अचानक लॉकडाउन का एलान होने और समय पर किसी भी व्यापक और समन्वित राहत का प्रबंध न होने की वजह से हजारों गरीब और जरूरतमंद भुखमरी के कगार पर पहंच गए हैं । उनकी परेशानियों को दूर करने के लिए, जमाअत इस्लामी हिंद पूरे देश में हजारों नागरिकों को जाति और धर्म में अंतर किये बिना भोजन और अन्य राहत प्रदान कर रही है।
मीडिया को दिए एक बयान में जमाअत के राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद अहमद ने कहा कि हमारे शुभचिंतकों के समर्थन और हमारे स्वयंसेवकों की कड़ी मेहनत की वजह से हम भोजन और एवं अन्य रहत सामग्री के काम को देश भर के लाखों लोगों तक पहुंचाने में सक्षम हुए । उनमें से ज्यादातर बेहद गरीब हैं, प्रतिदिन कमाकर पेट भरने वाले कई प्रवासी मजदूर हैं, जो लॉकडाउन में फंस गए हैं। विभिन्न राज्यों, शहरों और कस्बों से स्वयंसेवकों द्वारा उपलब्ध कराई गई रिपोर्टों के अनुसार हमने देश भर में लगभग 10 करोड़ रुपये की रिलीफ का काम 8,38,417 लोगों में अंजाम दिया। इसके अतिरिक्त हमने 5,80,519 खाद्य सामग्री किट, 4,32,228 पके हुए भोजन के पैकेट, 38,8852 फेस मास्क और 3,970 सैनिटाइज़र वितरित किए। इसके अलावा भी हमने 10,06,553 लोगों को वित्तीय सहायता और 44,503 लोगों को अन्य सेवाएं उपलब्ध कराईं।”
मोहम्मद अहमद ने बताया कि: “जमाअत हमेशा राष्ट्रीय आपदाओं और विपत्तिओं का काम अंजाम देती रही है। हम रिलीफ और पुनर्वास का यह काम हम बिना किसी भेदभाव के अंजाम देते हैं । हम इस काम को तब तक जारी रखेंगे जब तक लॉकडाउन जारी रहेगा। ”
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